दक्षिण लेबनान में UN मुख्यालय पर इज़रायल के हमले (Israel Attack On UN Blue Helmet Base) में UN के दो शांति दूत घायल हो गए. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस हमले की निंदा हो रही है. खासकर ‘ब्लू हेलमेट’ मिशन के यूरोपीय सदस्य इजरायल के इस कदम पर कड़ी प्रतिक्रिया दे रहे हैं.
23 सितंबर को IDF और हिजबुल्लाह के बीच लड़ाई बढ़ने के बाद से ये युद्धविराम का आह्वान कर रहे हैं.
UNIFIL प्रवक्ता के अनुसार, वह इंडोनेशियाई नागरिक हैं, जबकि इंडोनेशिया UNIFIL में सैनिकों का प्रमुख योगदानकर्ता है। इंडोनेशिया के संयुक्त राष्ट्र राजदूत, हरि प्रबोवो, ने इस घटना पर टिप्पणी करते हुए कहा, “यह घटना स्पष्ट रूप से दिखाती है कि इज़राइल ने खुद को अंतरराष्ट्रीय कानून और शांति के साझा मूल्यों से ऊपर रखा है।”
वहीं, इज़राइल ने दावा किया है कि उसकी सेना ने पहले ही UNIFIL फोर्सेज को आश्रय लेने के लिए कहा था, जिसके बाद ही UNIFIL बेस के क्षेत्र में गोलीबारी हुई।
इटली के रक्षा मंत्री, गुइडो क्रोसेटो, ने कहा कि UNIFIL ने इजरायल को हमलों और अन्य घटनाओं के लिए जिम्मेदार ठहराया है, जो संभवतः ‘युद्ध अपराध’ हो सकते हैं। उन्होंने इजरायल से इस पर स्पष्टीकरण मांगा और कहा, “यह कोई गलती नहीं थी।” रक्षा मंत्री ने गोलीबारी को असहनीय बताया और अपने इजरायली समकक्ष तथा इटली में देश के राजदूत के सामने विरोध जताया।
इस घटना से जुड़े मुद्दों पर पूरी दुनिया की निगाहें हैं, और यह महत्वपूर्ण है कि अंतरराष्ट्रीय कानून का पालन किया जाए।