उज्जैन में महाकाल मंदिर के निकट स्थित क्षेत्रों के नाम बदलने की मांग ने जोर पकड़ लिया है। यह मांग तब सामने आई, जब मुख्यमंत्री मोहन यादव ने तीन गांवों के नाम बदलने का निर्णय लिया था। इसके बाद अब महाकाल मंदिर क्षेत्र से जुड़े क्षेत्रों के नामों को लेकर भी चर्चा शुरू हो गई है।
उज्जैन के सांसद, पुजारी-पुरोहित और महामंडलेश्वर ने सार्वजनिक रूप से यह मांग की है कि मंदिर से लगे क्षेत्र जैसे ‘बेगम बाग’, ‘अंडा गली’ और ‘तोपखाना’ के नाम बदले जाएं। उनका कहना है कि इन क्षेत्रों को आक्रमणकारियों द्वारा नामित किया गया था और इन्हें ऐतिहासिक और सांस्कृतिक दृष्टि से उचित नामों से बदला जाना चाहिए।
महाकाल मंदिर के पुजारी और महामंडलेश्वर का कहना है कि इन क्षेत्रों के नाम बदलने से न केवल उज्जैन की सांस्कृतिक पहचान को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि यह श्रद्धालुओं के लिए भी सम्मानजनक होगा। सांसद ने भी इस मुद्दे पर समर्थन जताया है और राज्य सरकार से इस पर विचार करने की अपील की है।
उज्जैन में महाकाल मंदिर की धार्मिक और ऐतिहासिक महत्वता को ध्यान में रखते हुए, यह मांग एक महत्वपूर्ण चर्चा का विषय बन गई है। अब यह देखना होगा कि राज्य सरकार इस पर क्या निर्णय लेती है और क्या ये नाम बदलने का प्रस्ताव आगे बढ़ता है।