मुख्य बातें:
- पूर्व सूचना अनिवार्य: भस्म आरती में शामिल होने के लिए भक्तों को पहले से सूचित करना होगा।
- अनुशासन और व्यवस्था: नए नियमों का उद्देश्य आरती के आयोजन में अनुशासन और व्यवस्था को बढ़ाना है।
उज्जैन के प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में अल सुबह होने वाली भस्म आरती में अब महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं। मंदिर प्रशासन ने वीआईपी और प्रोटोकॉल भक्तों के प्रवेश पर सख्त दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इस बदलाव के तहत, शासकीय सत्कार कर्मचारियों का भी आरती में प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया गया है।
प्रवेश की नई शर्तें:
- भस्म आरती में शामिल होने के इच्छुक भक्तों को पूर्व सूचना देना अनिवार्य होगा।
- यह कदम भक्तों के अनुभव को बेहतर बनाने और आरती के आयोजन में अनुशासन लाने के लिए उठाया गया है।
मंदिर प्रशासन का बयान: मंदिर प्रशासन का कहना है कि इन नियमों का पालन कराने से आरती का आयोजन अधिक व्यवस्थित होगा और सभी श्रद्धालुओं को उचित सुविधा मिल सकेगी।
भक्तों के लिए संदेश: भक्तों से अनुरोध किया गया है कि वे आरती में शामिल होने से पहले अपनी उपस्थिति की सूचना मंदिर प्रशासन को दें, ताकि आवश्यक व्यवस्थाएँ की जा सकें।
यह बदलाव धार्मिक आस्था और भक्ति के साथ-साथ मंदिर की व्यवस्था को भी सुचारू बनाने के लिए किया गया है, जिससे हर भक्त का अनुभव खास बन सके।