23.4 C
Indore
Monday, July 7, 2025
spot_img

रायसेन के पारधी गिरोह ने की थी नेपानगर में डकैती, 4 गिरफ्तार

बुरहानपुर। रायसेन के एक पारधी गिरोह ने बुरहानपुर जिले के नेपानगर में 2 नवंबर को एक बड़ी डकैती की वारदात को अंजाम दिया था। पुलिस ने अब तक गिरोह के चार आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है, हालांकि इस मामले में नौ आरोपी अभी भी फरार हैं। घटना में दो करोड़ रुपये की लूट की संभावना जताई जा रही थी, लेकिन पुलिस को केवल एक लाख रुपये और कुछ आभूषण मिले हैं। पुलिस की टीमें रायसेन और आसपास के इलाकों में आरोपितों की तलाश कर रही हैं।

वारदात का विवरण:

गिरफ्तार आरोपितों ने पूछताछ में बताया कि वे रौनक जैन के घर से दो करोड़ रुपये लूटने की योजना बनाकर पहुंचे थे, लेकिन उन्हें सिर्फ एक लाख रुपये नकद मिले। इसके बाद आरोपितों ने जैन के घर से सोने का ब्रेसलेट, अंगूठी, मंगलसूत्र और कंगन लूट लिए। वारदात के दौरान आरोपितों ने जैन दंपती के साथ मारपीट भी की थी।

वारदात के बाद आरोपितों ने भागने के लिए आसपास के घरों से छह बाइकें चुराई थीं। इनमें से दो बाइक पेट्रोल खत्म होने के कारण रास्ते में छोड़ दी गईं, जबकि बाकी चार बाइकें रेलवे स्टेशन के पास छोड़ दी गईं। आरोपित रात को बुरहानपुर रेलवे स्टेशन पहुंचे और सुबह दानापुर एक्सप्रेस से खंडवा के लिए रवाना हुए, फिर वहां से रायसेन पहुंचे थे।

गिरफ्तारी और गुत्थी सुलझाने की प्रक्रिया:

पुलिस ने आरोपितों को पकड़ने के लिए करीब 500 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों के फुटेज की जांच की। इसके अलावा आरोपितों की मोबाइल लोकेशन से भी सुराग मिले, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तारी के दौरान आरोपितों ने पुलिस पर पथराव का प्रयास भी किया।

गिरफ्तार आरोपितों की पहचान:

पुलिस ने जिन चार आरोपितों को गिरफ्तार किया है, उनमें अजय उर्फ बोलकी मोंगिया, सुजीत पारधी, कांजरिया पारधी और कालू पारधी शामिल हैं। इन सभी को गुलगांव के जंगलों से पकड़ा गया। पुलिस ने बताया कि इस गिरोह का मास्टरमाइंड अनिल सपेरा और सोनी मोंगिया थे, जिन्होंने नवरात्रि के दौरान रौनक जैन के घर की रेकी की थी।

फरार आरोपितों की गिरफ्तारी जारी:

अभी भी इस मामले में नौ आरोपित फरार हैं, जिनमें अनिल सपेरा, सचिन उर्फ बब्लू पारधी, गनी पारधी, धौतरिया पारधी, गंगाराम पारधी और अन्य शामिल हैं। पुलिस ने उनकी तलाश तेज कर दी है और जल्द ही उनकी गिरफ्तारी की उम्मीद जताई जा रही है।

पुलिस के मुताबिक आरोपितों को केवल पांच हजार रुपये खर्च के लिए दिए गए थे, जिससे यह स्पष्ट होता है कि यह एक योजनाबद्ध डकैती थी, जिसमें गिरोह ने स्थानीय क्षेत्र में अपना नेटवर्क मजबूत किया था।

Related Articles

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisement -

Latest Articles