नई दिल्ली, 19 दिसंबर 2024: संसद परिसर में गुरुवार सुबह हुई धक्का-मुक्की के दौरान ओडिशा के बालासोर से भाजपा सांसद प्रताप सारंगी घायल हो गए। सारंगी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने उन्हें धक्का दिया, जिसके कारण वे गिरकर चोटिल हो गए। घटना के बाद सांसद सारंगी ने अपनी चोटों का इलाज करवा लिया और इसके लिए उन्होंने राहुल गांधी पर हमला किया।
सारंगी ने मीडिया से कहा, "राहुल गांधी ने मुझे धक्का दिया और मुझे गिरा दिया। मैं यह नहीं समझ पा रहा हूं कि ऐसा क्यों किया गया, क्योंकि मैं किसी भी तरह से उनकी ओर बढ़ रहा था। यह पूरी तरह से अनावश्यक था।"
वहीं, राहुल गांधी ने इस आरोप का खंडन करते हुए कहा, “भा.ज.पा. के सांसदों ने मुझे धमकाया और मुझे संसद जाने से रोकने की कोशिश की। वे मुझे शारीरिक रूप से परेशान कर रहे थे। यह एक साजिश थी ताकि मुझे संसद के भीतर नहीं जाने दिया जाए। मुझे अपने कर्तव्यों का पालन करने का पूरा अधिकार है और मैं इसे नहीं छोड़ूंगा।”
यह घटना तब हुई जब संसद के केंद्रीय कक्ष में विपक्षी सांसदों ने सरकार के खिलाफ विभिन्न मुद्दों को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। सांसद प्रताप सारंगी ने इस दौरान राहुल गांधी को रोकने की कोशिश की, जिसके बाद दोनों के बीच झगड़ा हुआ और धक्का-मुक्की की स्थिति बन गई।
इस घटना के बाद संसद में भारी हंगामा मच गया। भाजपा और कांग्रेस के बीच तीखी नोंक-झोंक देखने को मिली, और दोनों दलों के नेताओं ने एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाए। भाजपा ने कांग्रेस पर सदन की कार्यवाही में बाधा डालने का आरोप लगाया, जबकि कांग्रेस ने भाजपा को विरोध करने वाले सांसदों के साथ हिंसा करने का दोषी ठहराया।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस तरह की घटनाएं संसद में बहस और चर्चा की बजाय संघर्ष और अव्यवस्था की स्थिति को जन्म देती हैं। अब यह देखना होगा कि इस मुद्दे पर संसद में आगे क्या कदम उठाए जाते हैं और क्या इस विवाद का कोई सुलह होगा या नहीं।
संसद की कार्यवाही में इस तरह की घटनाओं से माहौल तनावपूर्ण हो गया है, और इससे दोनों दलों के बीच रिश्ते और भी कड़े होते जा रहे हैं।