इंदौर से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है, जहां क्राइम ब्रांच ने एक प्राइवेट कंपनी के प्रोडक्शन मैनेजर की शिकायत पर फ्रॉड का मामला दर्ज किया है। आरोप है कि दो मोबाइल नंबर के उपयोगकर्ताओं ने एक गोल्ड कंपनी में ऑनलाइन पार्ट टाइम वर्क का झांसा देकर उन्हें ठगा है।
कैसे हुआ फ्रॉड?
प्रोडक्शन मैनेजर को आरोपियों ने हर दिन 4 हजार रुपए कमाने का लालच दिया। इस तरह के लालच आमतौर पर लोगों को आकर्षित करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है, जिससे उन्हें लगता है कि यह एक आसान तरीका है धन कमाने का। लेकिन असल में, यह एक धोखाधड़ी का जाल था।
ठगी का तरीका
आरोपी ने मैनेजर को यह विश्वास दिलाया कि वह घर बैठे काम करके अच्छी खासी कमाई कर सकते हैं। पहले तो उन्हें कुछ पैसे अच्छे से मिलते रहे, लेकिन जैसे ही मैनेजर ने अधिक पैसे की उम्मीद की, आरोपी ने उन्हें और अधिक पैसे लगाने के लिए कहा। इस चक्र में, मैनेजर ने कुल मिलाकर ₹60 लाख खो दिए।
सिखने की बातें
इस मामले से यह स्पष्ट होता है कि ऑनलाइन पार्ट टाइम वर्क के नाम पर जो लुभावने प्रस्ताव आते हैं, उनमें सावधानी बरतने की जरूरत है। हमेशा ऐसे ऑफर्स की जांच करें और किसी भी प्रकार के वित्तीय लेन-देन में सतर्क रहें।
इंदौर की इस घटना ने फिर से इस बात की याद दिलाई है कि हमें अपने मेहनत से कमाए गए पैसे की सुरक्षा के लिए सतर्क रहना चाहिए। ऐसे धोखाधड़ी के मामलों से बचने के लिए उचित शोध और जानकारी लेना बेहद जरूरी है।