लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में नए साल के पहले ही दिन एक खौफनाक घटना सामने आई। नाका थानाक्षेत्र के एक होटल में मोहम्मद अरशद ने अपनी चार बहनों और मां की हत्या कर दी। इस घटना के बाद आरोपी ने वीडियो जारी करते हुए न केवल अपनी कुकृत्य का कबूल किया, बल्कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी गुहार लगाई। आरोपी अरशद ने दावा किया कि यह कदम उसने बस्ती वालों के अत्याचारों के कारण उठाया। उसने कहा कि वह और उसका परिवार कई सालों से बस्ती वालों के उत्पीड़न का शिकार थे।
अरशद का वीडियो: सच्चाई का खुलासा
अरशद ने वीडियो में कहा, "सलाम वालेकुम, मेरा नाम मोहम्मद अरशद है। आज बस्ती वालों की वजह से तंग आकर मैंने और मेरे परिवार ने यह कदम उठाया। हमने अपनी बहनों और अपनी जान को अपनी ही हाथों से खत्म किया। यह वीडियो पुलिस को मिले, तो कृपया समझिए कि इस पूरी घटना के जिम्मेदार बस्ती वाले हैं। हमारी जमीन छीनने के कारण हम पर न जाने कितना जुल्म हुआ है। हमारी आवाज़ न तो किसी ने सुनी, न ही किसी ने हमारी मदद की।"
क्या था आरोपी का आरोप?
अरशद ने आगे कहा कि बस्ती के लोग न केवल उनके घर पर कब्जा करने की कोशिश कर रहे थे, बल्कि उनका आरोप था कि इन लोगों ने उनकी बहनों को बेचना शुरू कर दिया था। “वे हमारी बहनों को बेचने की साजिश कर रहे थे और उन्हें हैदराबाद में सप्लाई करने का मन बना रहे थे। हम इससे बचने के लिए धर्म परिवर्तन करने की सोच रहे थे, लेकिन हमारी किसी ने नहीं सुनी। अब मजबूर होकर मुझे यह कदम उठाना पड़ा,” अरशद ने कहा।
कबूलनामे में उसने क्या बताया?
अरशद ने वीडियो में यह भी कहा कि बस्ती के लोग, जिनमें रानू, आफताब अहमद, अलीम खान, सलीम, और अहमद शामिल थे, उनके खिलाफ कई बार पुलिस में शिकायतें की गई थीं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। उसने आरोप लगाया कि यह लोग अवैध कामों में शामिल थे और उसकी बहनों को बेचने की योजना बना रहे थे।
अरशद ने दावा किया कि उसने अपनी बहनों और मां को मारने से पहले उन्हें शराब पिलाई और फिर उनके हाथ की नस काट दी और गला दबा दिया। उसने यह भी कहा कि इस काम में उसके पिता बदर ने उसकी मदद की। इसके बाद उसने अपने पिता को रेलवे स्टेशन पर छोड़ दिया और खुद थाने जाकर घटना की जानकारी दी।
आरोपी का वीडियो संदेश:
“योगी जी, आपसे विनती है कि इस तरह के मुसलमानों को कभी माफ मत करना। इस घटना के जिम्मेदार बस्ती वाले हैं। हमने पुलिस, नेताओं, और संगठनों से मदद मांगी, लेकिन हमें कोई मदद नहीं मिली। हमारी बहनों की इज्जत लूटने के बाद हम मजबूर हो गए थे। हम नहीं चाहते थे कि हमारी बहनें बिकें। हम चाहते थे कि उन्हें सुरक्षा मिले,” अरशद ने वीडियो में कहा।
पुलिस की जांच और आगे की कार्यवाही
पुलिस ने अरशद का कबूलनामा प्राप्त कर लिया है और इस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है। पुलिस ने अब तक घटनास्थल से ब्लेड और दुपट्टा बरामद कर लिया है। अरशद से पूछताछ के बाद पुलिस अब उसके पिता बदर की तलाश कर रही है, जो इस कृत्य में शामिल था। पुलिस का कहना है कि मामले में और अधिक जानकारी मिलने के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी।
शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा जा चुका है, और पुलिस जल्द ही आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की उम्मीद जता रही है।