इंदौर में महाकुंभ सिंहस्थ-2028 के लिए महत्वपूर्ण परियोजनाएं
महाकुंभ सिंहस्थ-2028 से पहले ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर मंदिर के नवविस्तारित क्षेत्र श्री महाकाल महालोक में फाइबर-रिइंफोर्स्ड प्लास्टिक की मूर्तियों को हटाकर पाषाण की मूर्तियां स्थापित करने का निर्णय लिया गया है। इसके लिए 75 करोड़ रुपये की मंजूरी मिली है।
विभिन्न विकास योजनाएं:
- घाट निर्माण: शिप्रा नदी के किनारे 29.21 किलोमीटर घाट बनाने के लिए 779 करोड़ रुपये।
- बांध निर्माण: शिप्रा नदी को प्रवाहमान रखने के लिए सिलारखेड़ी-सेवरखेड़ी बांध निर्माण के लिए 614 करोड़ रुपये।
- बैराज निर्माण: कान्ह नदी पर 11 बैराजों के निर्माण की योजना के लिए 43.5 करोड़ रुपये।
- सीवरेज पाइपलाइन: उज्जैन में 198 करोड़ रुपये से सीवरेज पाइपलाइन बिछाई जाएगी।
- ऊर्जावान परियोजनाएं: उच्चदाब विद्युत उपकेंद्र और भूमिगत केबल बिछाने के लिए 345 करोड़ रुपये।

नए फोरलेन मार्ग:
- सिंहस्थ क्षेत्र में 36 करोड़ रुपये से दो नए फोरलेन बनाने का प्रस्ताव।
- उज्जैन से इंदौर: 950 करोड़ रुपये की योजना से एक नया फोरलेन मार्ग बनेगा, जो 65 किलोमीटर लंबा होगा और इंदौर एयरपोर्ट से जुड़ेगा।
कुंभ संग्रहालय:
- कालगणना शोध केंद्र: 25 करोड़ रुपये से कुंभ संग्रहालय सह कालगणना शोध केंद्र स्थापित किया जाएगा।
महाकाल महालोक में भगवान शिव और सप्त ऋषियों की मूर्तियों का निर्माण जारी है, जबकि पिछले साल फाइबर की मूर्तियां गिरकर खंडित हो गई थीं। भाजपा अब पाषाण की मूर्तियां स्थापित करने की योजना बना रही है।