मक्खियों ने पहुंचाया हत्यारों तक! मर्डर मिस्ट्री सुलझाने में कैसे मिली पुलिस को मदद
मक्खियों को अक्सर गंदगी और बीमारियों का कारण माना जाता है, लेकिन मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले में यह मक्खियां पुलिस के लिए एक हत्याकांड सुलझाने में मददगार साबित हुईं। यह अनोखी मर्डर मिस्ट्री चरगवां गांव में घटित हुई, जहां एक खेत में 30 अक्टूबर की रात मनोज सिंह नाम के व्यक्ति की लाश मिली
हत्या की रात का घटनाक्रम
मनोज सिंह की हत्या के मामले में पुलिस को कोई ठोस सुराग नहीं मिल रहा था। मृतक मनोज, अपने 19 वर्षीय भतीजे धरम सिंह के साथ शराब पीने के लिए 30 अक्टूबर को राजेश ठाकुर के खेत में गया था। पुलिस की जांच से यह सामने आया कि दोनों ने साथ में 340 रुपए की शराब और 60 रुपए का चिकन खरीदा था और वहां पार्टी शुरू की थी।
इसी दौरान, मनोज ने धरम से और पैसे की मांग की, क्योंकि उसने 400 रुपए खर्च किए थे। इसी मामूली बहस के बाद दोनों में झगड़ा हुआ और गुस्से में आकर धरम ने अपने चाचा की हत्या कर दी। हत्या के बाद धरम मौके से फरार हो गया, और पुलिस से खुद को निर्दोष बताते हुए किसी भी तरह की हत्या की बात को नकारता रहा।
मक्खियों ने कैसे पकड़ा आरोपी?
हत्या के बाद जब पुलिस जांच कर रही थी, तो उन्हें धरम की शर्ट पर बार-बार मक्खियां बैठती हुई दिखीं, खासकर शर्ट के कंधे के पास। पुलिस को यह देखकर संदेह हुआ और उन्होंने धरम से पूछताछ की। हालांकि, धरम इस बात का कोई ठोस जवाब नहीं दे सका।
मक्खियों का अनोखा रोल
पुलिस के लिए यह जांच एकदम नया अनुभव था। गंदगी से जुड़ी मानी जाने वाली मक्खियां असल में अपराधी तक पहुंचने का एक अहम कड़ी साबित हुईं। मक्खियों का बार-बार धरम की शर्ट पर बैठना पुलिस के लिए एक संकेत था कि यह शर्ट खून से सनी हो सकती है और घटनास्थल के खून से इसका ताल्लुक हो सकता है।
निष्कर्ष
यह केस यह दिखाता है कि कैसे सामान्य घटनाओं और अनदेखी चीजों को सही तरीके से जोड़कर अपराधी तक पहुंचा जा सकता है। मक्खियां, जो अक्सर हमें परेशान करती हैं, अब एक महत्वपूर्ण कड़ी के रूप में सामने आईं, जिन्होंने हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने में पुलिस की मदद की।