मुंबई: लॉरेंस बिश्नोई के चचेरे भाई रमेश बिश्नोई ने बातचीत में कहा कि उनका भाई पैसों के लिए नहीं, बल्कि देशभक्ति के लिए जाना जाता है। उन्होंने लॉरेंस से आखिरी मुलाकात के बारे में जानकारी दी, जिसमें लॉरेंस ने इस रास्ते को छोड़ने की इच्छा जताई थी।
रमेश ने कहा कि लॉरेंस को फंसाया जा रहा है और कोई उसकी बात नहीं सुन रहा। उन्होंने बाबा सिद्दीकी हत्या कांड में लॉरेंस का नाम आने को भी संदिग्ध बताया, यह कहते हुए कि इस पर जांच के बाद ही स्पष्टता आएगी।
बिश्नोई समाज की भावना: रमेश ने बिश्नोई समाज के प्रति प्रेम का जिक्र करते हुए कहा कि उनके पुरखों ने वन्यजीवों और पेड़ों की रक्षा के लिए बलिदान दिया। उन्होंने सलमान खान के मामले में कहा कि लॉरेंस पैसे का भूखा नहीं है और उसने कभी पैसे नहीं मांगे।
लॉरेंस का बचपन: रमेश ने बताया कि लॉरेंस का बचपन बहुत साधारण था और वह बच्चों के साथ क्रिकेट खेलने में रुचि रखते थे। वह पढ़ाई में भी काफी होशियार थे और स्कूल में स्कॉलरशिप प्राप्त की थी।
भगत सिंह से प्रेरणा: लॉरेंस ने कहा था कि वह भगत सिंह जैसा बनना चाहते थे। रमेश ने बताया कि उसका कोई क्रिमिनल रिकॉर्ड नहीं है और मीडिया में चल रही खबरें गलत हैं।
अंत में: रमेश ने लॉरेंस के परिवार की देशभक्ति का जिक्र करते हुए कहा कि अगर सरकार उसे मुख्यधारा में लाने का प्रयास करे, तो परिवार भी सहयोग करने के लिए तैयार है।