कोटपूतली-बहरोड़ जिले में सोमवार सुबह एक स्कूल बस ने तीन बार पलटी मारते हुए सरसों के खेत में गिर गई। कमला पब्लिक स्कूल की बस (RJ 32 PA 0789) में सवार 13 बच्चों में से 10 घायल हो गए। यह हादसा रामसिंहपुरा गांव में सुबह 7:30 बजे हुआ।

बस के पलटने के बाद, खेत में काम कर रहे किसानों ने तुरंत बच्चों को बचाने के लिए दौड़ लगाई और मौके पर पहुंचे। किसानों ने तुरंत बच्चों और ड्राइवर को बस से बाहर निकाला और पुलिस को सूचित किया। चश्मदीदों का कहना है कि इस दुर्घटना के बाद करीब एक घंटे तक पुलिस नहीं पहुंची, हालांकि 40 बार फोन करने के बाद भी पुलिस की टीम समय पर मौके पर नहीं पहुंच पाई।
घटना का विवरण:
खातनखेड़ा गांव के पूर्व सरपंच रघुवीर यादव ने बताया कि बस तेज रफ्तार में थी और उन्होंने ड्राइवर को चेतावनी दी, लेकिन बस खेत में जाकर तीन बार पलटते हुए गिर गई। मौके पर मौजूद लोगों ने वीडियो बनाकर हादसे की स्थिति को कैद किया, जिसमें बस की सीटों और छत पर खून के निशान साफ देखे गए। एक बच्चे का स्कूल बैग अभी भी बस के नीचे दबा हुआ था।

बस की फिटनेस एक्सपायर्ड थी:
जांच में पता चला कि बस का फिटनेस सर्टिफिकेट 20 जनवरी 2020 से एक्सपायर हो चुका था। साथ ही प्रदूषण प्रमाणपत्र, बीमा और परमिट भी 2020 से अवैध चल रहे थे। यह सामने आया कि स्कूल प्रशासन ने बच्चों की सुरक्षा के प्रति गंभीर लापरवाही बरती थी।
घायल बच्चे और उपचार:
सदर थाना अधिकारी सीमा सिनसिनवार ने बताया कि बस में कुल 13 विद्यार्थी सवार थे, जिनमें से चार बच्चों को गंभीर चोटें आईं हैं। उन्हें प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई। दुर्घटनाग्रस्त बस को पुलिस चौकी में खड़ा किया गया है, हालांकि अभी तक कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है।

हादसे का कारण:
कमला पब्लिक स्कूल के डायरेक्टर विशाल गौड़ ने बताया कि बस के ड्राइवर जितेंद्र कुमार के अनुसार, हादसा एक जानवर को बचाने के प्रयास में हुआ। जैसे ही जानवर सामने आया, ड्राइवर ने उसे बचाने की कोशिश की, जिससे बस बेकाबू होकर खेत में पलट गई। इस दुर्घटना में चार-पांच बच्चों को अधिक चोटें आईं।
सख्त कार्रवाई का आश्वासन:
बहरोड़ के आरटीओ इंस्पेक्टर मनोज शर्मा ने कहा कि विभाग अपनी जिम्मेदारियों को लेकर सजग है और गाड़ियों की नियमित जांच करता है। स्टाफ नया होने के कारण इस स्कूल की बस की चेकिंग से छूट गई थी, लेकिन अब से विशेष अभियान चलाकर कार्रवाई की जाएगी। बहरोड़ कोतवाल विक्रांत यादव और सदर थानाधिकारी सीमा सिनसिनवार ने मौके पर जाकर मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल जांच शुरू कर दी है।