नई दिल्ली: उत्तर भारत में घने कोहरे के कारण रेलवे सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हो रही हैं। दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पंजाब और हरियाणा जैसे राज्यों में कोहरे की वजह से सड़क और रेल यातायात में भारी रुकावटें आई हैं। मौसम विभाग के मुताबिक, 3 जनवरी 2025 को दिल्ली और आसपास के इलाकों में सीजन का सबसे घना कोहरा देखा गया, जिसकी वजह से ट्रेनों की गति धीमी हो गई और दृश्यता में भी भारी कमी आई।
साल | कोहरे से मौतें |
2016 | 9,317 |
2017 | 11,090 |
2018 | 12,678 |
कोहरे के कारण दिल्ली और अन्य शहरों से आने और जाने वाली 50 ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है। रेलवे द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि विजिबिलिटी बेहद कम होने की वजह से ट्रेनों को रद्द किया गया है ताकि किसी प्रकार के हादसे से बचा जा सके। इस बीच, रेलवे ने यात्रियों से अपील की है कि वे अपनी यात्रा से पहले ट्रेन की स्थिति और समय की जानकारी ले लें और घर से देर से निकलें।
क्या है स्थिति? दिल्ली में मंगलवार से लेकर शुक्रवार तक घना कोहरा बना हुआ है। पालम और सफदरजंग मौसम केंद्रों पर विजिबिलिटी 50 मीटर से भी कम दर्ज की गई। रेलवे अधिकारियों के अनुसार, जब दृश्यता इतनी कम हो, तो ट्रेन की गति कम करने और समय पर दुर्घटना से बचने के लिए ट्रेनों को रद्द करना पड़ा। ट्रेनों के रद्द होने से यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
कोहरे के कारण रद्द हुई ट्रेनें: रेलवे की तरफ से जारी एक लिस्ट के अनुसार, दिल्ली, अमृतसर, जालंधर, लुधियाना, पटना, कानपुर और अन्य प्रमुख शहरों से जाने वाली 50 से ज्यादा ट्रेनों को रद्द किया गया है। इनमें से कुछ प्रमुख ट्रेनें जैसे राजधानी एक्सप्रेस, शताब्दी एक्सप्रेस और हावड़ा-दिल्ली मेल को भी रद्द किया गया है।
यात्रियों के लिए सलाह: रेलवे प्रशासन ने यात्रियों को सलाह दी है कि वे ट्रेनों के बारे में अपडेट के लिए रेलवे की वेबसाइट या रेलवे कस्टमर केयर से जानकारी प्राप्त करें। इसके अलावा, कोहरे के कारण यातायात व्यवस्था पर भी असर पड़ा है। सड़क पर भी विजिबिलिटी कम होने से ड्राइविंग करना खतरनाक हो सकता है। यात्री अपनी यात्रा में सावधानी बरतें और जरुरी होने पर अपनी यात्रा को कुछ समय के लिए टालें।
यात्री अब तक इंतजार कर रहे हैं कि कब कोहरे का असर कम होगा और ट्रेन सेवाएं सामान्य होंगी। इस दौरान रेलवे ने सुरक्षा के मद्देनजर कोहरे से संबंधित सभी उपाय अपनाए हैं ताकि दुर्घटनाओं से बचा जा सके।