इंदौर में महिला एवं बाल विकास विभाग की टीम ने एक महिला भिखारी को रेस्क्यू किया, जिसके पास 75 हजार रुपए नकद पाए गए। यह घटना उस वक्त सामने आई जब महिला को कचहरी इलाके से पकड़ा गया और पूछताछ की गई। महिला ने अधिकारियों से कहा कि यह रकम उसकी एक हफ्ते की कमाई है और वह हर 10-15 दिन में इतनी रकम भीख मांगकर जमा कर लेती है।
इस घटना ने सभी को चौंका दिया क्योंकि यह दिखाता है कि भिखारियों के पास बड़ी रकम हो सकती है, जो आमतौर पर समाज में एक अलग छवि को बढ़ावा देती है। प्रशासन ने महिला को सुरक्षित रखने के लिए उज्जैन के सेवाधाम आश्रम भेज दिया, जहां उसकी देखभाल की जाएगी। अधिकारियों ने इस मामले को गंभीरता से लिया और महिलाओं की सुरक्षा और कल्याण के लिए अन्य कदम उठाने की बात कही।
इस घटना ने एक सवाल खड़ा किया है कि क्या यह सिर्फ एक महिला की कहानी है, या शहर में ऐसी और भी घटनाएं हो सकती हैं जहां भिखारी असल में बड़ी रकम कमा रहे हैं। प्रशासन ने इस पर विचार करते हुए महिला भिखारी के साथ-साथ भिक्षाटन के और मामलों की जांच करने का निर्णय लिया है।