भारतीय गैंगस्टरों के लिए अब अमेरिका एक नया ठिकाना बन चुका है। पहले भारतीय गैंगस्टरों की अधिकांश गतिविधियां कनाडा और खाड़ी देशों तक सीमित थीं, लेकिन अब ये गैंगस्टर ‘डंकी रूट’ के जरिए अमेरिका पहुंच रहे हैं।
हाल ही में, दुबई से डिपोर्ट किए गए लॉरेंस बिश्नोई गैंग के शूटर हर्ष उर्फ चिंटू ने पुलिस पूछताछ में इस रहस्य से पर्दा उठाया है। उसने बताया कि भारत से फरार गैंगस्टर, जिनमें लॉरेंस बिश्नोई गैंग के सदस्य भी शामिल हैं, फर्जी पासपोर्ट का उपयोग करके डंकी रूट से अमेरिका में प्रवेश कर रहे हैं।
हर्ष उर्फ चिंटू ने बताया कि उसने पंजाब के जालंधर से फर्जी पासपोर्ट बनवाया, जिसमें उसका नाम प्रदीप कुमार था। इसके बाद वह शारजहां से बाकू और फिर यूरोप होते हुए अमेरिका पहुंचा। इसके बाद, गोल्डी बराड़, अनमोल बिश्नोई, रोहित गोदारा, मोंटी मान जैसे कई गैंगस्टर भी डंकी रूट से अमेरिका पहुंचे थे और वहां बैठकर भारत में अपराधों को अंजाम दे रहे हैं।
अमेरिकी सरकार की कठिनियों के कारण भारतीय एजेंसियों के लिए इन गैंगस्टरों को भारत लाना चुनौतीपूर्ण हो गया है, क्योंकि अमेरिका वांटेड अपराधियों को भारत को सौंपने में हिचकिचाता है।