नई दिल्ली: केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने मंगलवार (17 दिसंबर) को लोकसभा में “वन नेशन, वन इलेक्शन” संविधान संशोधन बिल पेश किया। इस बिल का उद्देश्य देश में एक ही समय पर सभी चुनावों का आयोजन करना है। मेघवाल ने बताया कि यह कदम लोकतांत्रिक प्रक्रिया को सुदृढ़ करने के लिए उठाया गया है। हालांकि, इस बिल को लेकर विपक्षी दलों ने विरोध जताया है।
कांग्रेस ने इसे “वापस लेने” की मांग की, जबकि समाजवादी पार्टी (सपा) ने इसे तानाशाही लाने की कोशिश बताया। सपा के नेता ने आरोप लगाया कि इस विधेयक से देश की लोकतांत्रिक प्रणाली कमजोर होगी और केंद्र सरकार को अधिक शक्तियां मिलेंगी।
इस प्रस्तावित संविधान संशोधन से चुनाव प्रक्रिया में कई बदलाव हो सकते हैं, और इसे लेकर राजनीति गरमाई हुई है। जानिए इस बिल के बारे में सभी प्रमुख बातें और विपक्ष का विरोध!