उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ को लेकर विपक्षी नेताओं के बयानों से सियासी बहस छिड़ गई है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने एनडीटीवी से बात करते हुए महाकुंभ को ‘मृत्युकुंभ’ कहे जाने पर विपक्ष को आड़े हाथों लिया है। यादव ने कहा कि मध्य प्रदेश ने महाकुंभ के बेहतरीन प्रबंधन से ‘सिंहस्थ 2028’ के आयोजन के लिए काफी कुछ सीखा है।
मुख्यमंत्री ने विपक्ष द्वारा उठाए गए सवालों पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट पर उठाए गए सवालों पर पूर्व सीएम कमलनाथ पर तंज कसते हुए कहा कि उनके भाई भी निवेश के लिए आ रहे हैं, और अगर उन्हें मौका मिले तो वे भी निवेश कर सकते हैं।
निवेश का बेहतरीन माहौल
सीएम यादव ने मध्य प्रदेश की निवेश की दिशा पर जोर देते हुए कहा कि राज्य में निवेश के लिए बेहतरीन माहौल है। उन्होंने यह भी कहा कि एमपी में कई गैरज़रूरी नियमों को खत्म किया गया है, जिससे राज्य में औद्योगिक विकास के नए रास्ते खुले हैं। मुख्यमंत्री ने दावा किया कि मध्य प्रदेश की औद्योगिक नीति, नए निवेश और औद्योगिक क्रांति के लिए द्वार खोल रही है।
उन्होंने आगे कहा, “हमारा राज्य डबल डिजिट ग्रोथ से बढ़ रहा है और एमपी में सेमीकंडक्टर जैसे क्षेत्र में भी बड़ा निवेश होगा। निवेश सिर्फ कुछ शहरों तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि पूरे राज्य में फैलेगा।”
मध्य प्रदेश का औद्योगिक विकास
मुख्यमंत्री ने मध्य प्रदेश की औद्योगिक रणनीति का भी जिक्र करते हुए कहा कि राज्य का “थ्री डी विजन”—औद्योगिक रणनीति, इंफ्रास्ट्रक्चर पर जोर, और स्किल डेवलपमेंट—निवेश आकर्षित करने के लिए एक मजबूत आधार प्रदान कर रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य में निवेश से लाखों रोजगार के अवसर पैदा होंगे, जो प्रदेश के विकास में अहम योगदान देंगे।
आने वाले समय में औद्योगिक क्रांति
यादव ने यह भी कहा कि मध्य प्रदेश औद्योगिक विकास के साथ-साथ कृषि क्षेत्र में भी अपनी अग्रणी भूमिका निभाता रहेगा। उन्होंने प्रदेश में निवेश की अनंत संभावनाओं पर भी जोर दिया और कहा कि निवेशकों के लिए यह राज्य एक आकर्षक गंतव्य बन चुका है, जहां मजबूत इंफ्रास्ट्रक्चर और कुशल श्रमिक मिलते हैं।
निवेश की दिशा में एमपी सबसे आगे
मुख्यमंत्री ने पीएम मोदी के ‘विकसित भारत’ के संकल्प को पूरा करने के लिए मध्य प्रदेश की भूमिका को अहम बताते हुए कहा कि राज्य इस दिशा में सबसे आगे खड़ा है और आने वाले वर्षों में एमपी औद्योगिक क्रांति का गवाह बनेगा।