छत्तीसगढ़ के माओवाद प्रभावित बीजापुर जिले से एक सनसनीखेज घटना सामने आई है, जहां 33 वर्षीय टीवी पत्रकार मुकेश चंद्राकर का शव 3 जनवरी को एक सेप्टिक टैंक से बरामद किया गया। वह 1 जनवरी की रात से ही अपने घर से लापता थे। मुकेश चंद्राकर स्वतंत्र पत्रकार के तौर पर ‘एनडीटीवी’ के लिए काम करते थे और साथ ही यूट्यूब पर ‘बस्तर जंक्शन’ नामक चैनल भी चलाते थे, जिसमें वे बस्तर क्षेत्र की अंदरूनी ख़बरों को सामने लाते थे।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मुकेश ने बस्तर में माओवादियों द्वारा अपह्रत पुलिसकर्मियों और ग्रामीणों की रिहाई में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उनकी हत्या के मामले में पुलिस ने तीन संदिग्धों को हिरासत में लिया है, हालांकि उनका नाम अभी तक सार्वजनिक नहीं किया गया है।
बीजापुर पुलिस ने एक विज्ञप्ति में कहा कि मुकेश के भाई द्वारा शिकायत किए जाने के बाद से पुलिस ने विशेष टीम बनाकर जांच शुरू की थी। पुलिस ने शुक्रवार की शाम ठेकेदार सुरेश चंद्राकर के परिसर में स्थित एक पुराने सेप्टिक टैंक से मुकेश चंद्राकर का शव बरामद किया। शव पर गहरे चोट के कई निशान थे।
पुलिस का कहना है कि मुकेश के मोबाइल के अंतिम लोकेशन और फोन कॉल्स के आधार पर जांच की जा रही थी। सुरेश चंद्राकर के आवासीय परिसर में ताजा कंक्रीट की ढलाई के दौरान पुलिस को शक हुआ, और जब उन्होंने सेप्टिक टैंक का ऊपरी हिस्सा तोड़ा तो शव पानी के भीतर पाया गया।
इस हत्या के पीछे की असली वजह अभी स्पष्ट नहीं हो पाई है, लेकिन पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है।