ग्वालियर में 7 नवंबर को डबरा के रहने वाले जसवंत सिंह गिल की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, और इस मामले में एक बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस जांच में यह सामने आया कि गिल की हत्या की सुपारी कनाडा से ₹2.5 लाख में दी गई थी। हत्या के बाद शूटरों को एक कार टैक्सी भी हायर कराई गई थी ताकि वे हत्या को अंजाम देने के बाद आसानी से फरार हो सकें।
जांच के दौरान यह भी पता चला कि शूटरों को ₹1 लाख अग्रिम रूप से दिया गया था, जबकि बाकी ₹1.5 लाख हत्या के बाद मिलने थे। यह दोनों शूटर पंजाब में गिरफ्तार किए गए हैं। शनिवार को पंजाब पुलिस ने ग्वालियर पुलिस को सूचित किया कि उन्होंने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि, फिलहाल ग्वालियर पुलिस को आरोपियों की कस्टडी नहीं मिल पाई है।
ग्वालियर पुलिस ने अपने इनपुट के आधार पर पंजाब पुलिस से संपर्क किया था, जिसके बाद पंजाब पुलिस ने दोनों आरोपियों को दबोच लिया। यह हत्याकांड आठ साल पुरानी रंजिश का परिणाम बताया जा रहा है। पुलिस ने इस मामले में विस्तृत जांच शुरू कर दी है, और यह भी पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि कनाडा में बैठे व्यक्ति ने किस कारण से इस हत्या की सुपारी दी।
पुलिस के मुताबिक, हत्या की योजना पहले से बनाई गई थी और शूटरों को पूरी तरह से प्रशिक्षित किया गया था। इस तरह की साजिशों में बढ़ोतरी पर पुलिस प्रशासन गंभीरता से विचार कर रहा है और इसे रोकने के लिए कड़े कदम उठाए जा रहे हैं।
ग्वालियर पुलिस अब इस मामले में गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ कर रही है, ताकि इस अपराध के पीछे के मुख्य साजिशकर्ता तक पहुंचा जा सके। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने पूरी टीम को इस जांच में लगाया है।