इंदौर। मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि भारत एक सनातन परंपरा वाला देश है और हमारे वेदों में लिखा है “वसुधैव कुटुंबकम” (विश्व एक परिवार है)। इंदौर के ब्रिलियंट कंवेंशन सेंटर में यूरेशियन ग्रुप (ईएजी) की 41वीं बैठक के उद्घाटन सत्र में उन्होंने भारत के वैश्विक योगदान को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि भारत ने कोविड-19 के दौरान सबसे पहले वैक्सीन विकसित की और 100 देशों को सहायता प्रदान की।

विजयवर्गीय ने कहा कि भारत धीरे-धीरे ताकतवर बन रहा है और इसके बढ़ते प्रभाव से किसी को घबराने की जरूरत नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत हमेशा शांति का समर्थक रहा है और विश्व शांति के लिए प्रयास करेगा।
वर्तमान वैश्विक समस्याओं पर बात करते हुए विजयवर्गीय ने आतंकवाद और साइबर अपराध को प्रमुख मुद्दे के रूप में सामने रखा। उन्होंने कहा कि साइबर क्राइम तेजी से बढ़ रहा है और लोग दूर देशों से धोखाधड़ी का शिकार हो रहे हैं। इस पर बैठक में महत्वपूर्ण निष्कर्ष निकलेंगे।
ईएजी के चेयरमैन यूरी चिंग का स्वागत करते हुए विजयवर्गीय ने कहा कि वह राजकपूर के प्रशंसक हैं और उनके जैसा दिखते हैं। इसके साथ ही उन्होंने भारत सरकार को इंदौर में बैठक आयोजित करने के लिए धन्यवाद दिया।
सांसद शंकर लालवानी ने बैठक को मनी लांड्रिंग और टेरर फंडिंग की रोकथाम के लिए महत्वपूर्ण बताया। इंदौर के महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने भी शहर की स्वच्छता और स्मार्ट सिटी के रूप में महत्व को उजागर किया।
यह बैठक पांच दिन चलेगी, जिसमें टेरर फंडिंग, मनी लांड्रिंग और साइबर क्राइम जैसे मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। इस बैठक में 16 देशों और 13 संगठनों के प्रतिनिधि शामिल हो रहे हैं। भारत की ओर से अतिरिक्त सचिव विवेक अग्रवाल इस बैठक में प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।
भारत सरकार के अतिरिक्त सचिव विवेक अग्रवाल ने बताया कि ईएजी बैठक से पहले किए गए एफटीए सर्वे में भारत की रिपोर्ट सबसे बेहतर रही, जिसमें अमेरिका, जर्मनी और कनाडा जैसे देशों के आंकड़े भी शामिल थे। इस रिपोर्ट पर आज पहले सत्र में चर्चा की जाएगी और इसे ईएजी में अपडेट किया जाएगा।