मध्यप्रदेश – मध्यप्रदेश में सरकार ने एक नई योजना की शुरुआत की है, जिसके तहत बकाया बिजली बिल की वसूली अब केवल बिजली कनेक्शन धारक से नहीं, बल्कि उनके परिवार के अन्य सदस्य जैसे बेटे, बहू, माता-पिता, भाई और बहन से भी की जाएगी। इस नई नीति के अनुसार, अगर किसी व्यक्ति के घर का बिजली कनेक्शन उसके पिता, मां या अन्य परिवार के सदस्य के नाम पर है और उनके द्वारा बिल नहीं भरा गया है, तो इसकी वसूली उनके परिवार के बैंक अकाउंट से की जाएगी।
सरकार का नया कदम
इस पहल के तहत, बिजली विभाग अब डेटा एनालिसिस के माध्यम से उन कंज्यूमर्स की पहचान करेगा, जो आर्थिक रूप से सक्षम होने के बावजूद बिजली बिल का भुगतान नहीं कर रहे हैं। सरकार का मानना है कि ऐसे कंज्यूमर्स गलत लाभ उठा रहे हैं और अब उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
डेटा एनालिसिस से होगी पहचान
बिजली विभाग ने एक विशेष डेटा एनालिसिस तंत्र विकसित किया है, जिसके माध्यम से वह उन कंज्यूमर्स की पहचान करेगा, जो सक्षम होने के बावजूद बिजली बिल का भुगतान नहीं कर रहे हैं। इस तंत्र के द्वारा उन कंज्यूमर्स की जानकारी प्राप्त की जाएगी और विभाग द्वारा उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
परिवार के सदस्यों के अकाउंट से वसूली
अगर बिजली कनेक्शन आपके पिता या अन्य परिवार के किसी सदस्य के नाम पर है और उन्होंने कई महीनों से बिल का भुगतान नहीं किया, तो अब इसका भुगतान आपके खाते से किया जाएगा। इसके अलावा, अगर कनेक्शन आपके नाम पर है और बिल बकाया है, तो वसूली आपके साथ-साथ आपके परिवार के अन्य सदस्य से की जा सकती है।
कलेक्टर और एसपी को जिम्मेदारी
इस नई नीति को लागू करने के लिए कलेक्टर और एसपी को जिम्मेदारी दी गई है। वे इस प्रक्रिया को सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएंगे और प्रशासन की तरफ से आवश्यक कार्रवाई करेंगे।
निष्कर्ष
सरकार का यह कदम बकाया बिजली बिल के भुगतान में गंभीरता को दिखाता है, और साथ ही यह भी सुनिश्चित करता है कि जो लोग जानबूझकर बिल का भुगतान नहीं कर रहे हैं, उन्हें कड़ी सजा दी जाए। अब देखना होगा कि यह नीति कितनी प्रभावी साबित होती है और क्या इससे बकाया बिजली बिल की समस्या में कोई सुधार होता है।